Monday, May 11, 2009

दो कहानिया

9 मेरा नाम अमित है। मैं मुंबई में रहता हूँ. मैं आज से एक साल पहले मुंबई आयाथा. मैने जहा पर रूम किराये पर लिया था वहा एक आंटी भी रहती थी. मेरी आंटी सेदोस्ती हूँ गई. आंटी की दो लडकियां थी. एक का नाम सुनैना और एक का नाम शम्मीथा. दोनों बहुत सेक्सी थी. एक थोडी मोटी थी जिसका नाम सुनैना था. बड़ी वाली एकदमसेक्सी और स्लिम थी. दोनों चोदने वाली चीजे थी. दोनों दूध की तरह गोरी थी. मैंरात दिन उनकू चोदने के बारे मैं सोचता रहता. कई बार मैं उनकू याद करके नगन करकेख्यालू मैं चोदता रहता था. उनकू याद करके मैं दिन मैं एक बार मुठ जरूर मरता थाएक दिन मेरी किस्मत खुल गई. मैने शम्मी को उसके बॉय फ्रेंड के साथ गार्डन मैंफ्रेंच किस करते देख लिया. मैं वही पर उनका पीछा करते रहा. मैने मोबाइल से उनकेफोटो भी ले लिए. शाम को जब वो घर वापिस आ रही थी तू मैने उसको रास्ते मैं रूकलिया. मैने उसे कहा पैदल जा रही हो आओ बाईक पे घर छोड़ दू पहले तो वो मन करतीरही पर जोर डालने पर वो मान गई. मैने उसे बिठा लिया. रास्ते मैं मैने पूछागार्डन मैं क्या कर रही थी. वो घबरा गई और कहने लगी कुछ नही. मैने कहा ज्यादाबनो मत मेरे पास तुम्हारे फोटो हैं. वो डर गई और मान गई. वो मेरी मिन्नतें करनेलगी की घर पर मत बताना. मैने कहा एक शर्त पर नही बताऊंगा अगर तुम मेरे सेचुदवाओगी. उसने कहा यह नही हो सकता. मैने कहा तो मैं बता दूंगा. वो मान गई औरमुझे अपना मोबाइल नम्बर दिया और कहने लगी कल जहा कहोगे आ जाऊगी.मैं खुश हो गया. रात भर कल का इंतज़ार करता रहा. सुबह होणे पर मैने अपनी दोस्तसे रूम की चाबी ली. मेरा दोस्त सुबह जॉब पर जाता था और रात को घर आता था. मैनेशम्मी को फ़ोन करके वहीं बुला लिया. दोपहर को १२ बजे का मैने टाइम रखा. वोकॉलेज जाने की बजाये सीधे मेरे पास आ गई॥ मैने उसे रूम मैं बैठाया. सबसे पहलेउसे कोल्ड ड्रिंक पिलाया. उसने नीले रंग की जींस और टॉप पहन रखा था. जिसमें वोसेक्स सिम्बोल लग रही थी. मैं उसे उठा कर बेड पर ले गया उसे वहा लिटा दिया औरसाथ ख़ुद भी लेट गया. मैने उसको कस कर बाहों मैं ले लिया और पूरे बदन पर किसकरने लगा. फिर मैने उसके मखमल जैसे ममे हाथो में लिए और धीरे २ दबाने लगा. वोसिसकिया भरने लगी आआया.... आया.... ह्ह्छ.. .मेरी मस्ती और बढ गई. बाद में मैंउसे समूच करने लगा. मैने उसे गोद मैं बिठाया और स्मोच और गहरा कर दिया. मैं कभीउसके मुँह मैं जीब डालकर उसे कसता कभी वो मेरे मुँह मैं अपनी जीभ डालती और उसेचूसता. १५ मिनट हम यही करते रहे.वो पूरी तरह गरम हो चुकी थी. मैने कहा चल साली अब तेरे को नग्न करू और तेरे ममेपियू और तेरे को चोदूं. मैने उसे नग्न कर दिया. अब उसके बदन पर काले रंग कीब्रा और पेंटी थी. मैं उसके रूप को देख कर पागल हो गया और पूरे बदन को उसकेचूमने लगा. मैं उसके पेट पर चुम्बन चोदता रहा और उसे सिस्क्किया देता रहा. मैनेउसके पूरे बदन पर हाथ और मुह फेरता रहा.वोह स्स्स्स..आःछ.......आआस्स्स्स....करती रही. उसके गोरे बदन पर गले मैं चैन और काली ब्राऔर पेंटी उसे गजब रूप दे रही थी. फिर मैने उसकी पेंटी और ब्रा उतारी. अब वोपूरी तरहे नंगी थी. मैने उसके मम्मों को हाथ मैं भर लिया वो कड़क हो चुके थे.मैने उसके एक ममे को हाथ मैं लिया और दोसरे हाथ से उसके निपल को प्यार से दबानेलगा. वो पागल हो गई और सिसकिया भाते हुए मेरे साथ चिपट गई.मैने कहा आज तेरे को चोद कर तेरे जुड़वा बच्चे पैदा करूगा. बोल कितनी बच्चेपैदा करेगी. वो कहने लगी प्लीज़ ऐसा मत करना मोहल्ले में मेरी बेइस्ती होजायेगी. मैं हस पड़ा और कहने लगा फिकर मत कर तुझे प्रेग्नैन्सी पिल खिला दूगा.बाद मैं मैने कहा तेरे बॉय फ्रेंड ने कितनी बार तेरे को चोदा है. उसने कहा कभीनही. मैने कहा क्या २ किया उसने तेरे साथ. उसने उत्तर दिया सिर्फ़ पहला फ्रेंचकिस जब तुमने देख लिया. मैं खुश हो गया की कुवारी फ़ुद्दी मिलेगी आज तो. मैंउसके ममे हाथ मैं लेकर निप्पल चूसने लगा. उसके गोरे म्मो पर काले निप्पल मस्तथे. मैं १५ मिनट मम्मे चूसता रहा और वो सिसकिया भरती रही. वो मेरे अंडरवियर सेमेरा लंड टटोल रही थी. मैने अंडरवियर उतार दिया. मेरा लंड बाहर आ गया. वो मेरेलंड से खेलने लगी.मैने उसे मुँह मैं लेने को कहा. वो मना करती रही. मैने उसके बालो से पकडा औरमुँह में लंड घुसा दिया. बाद में वो उसे चूसने लगी अब उसे ७ इंच लंबा और मोटालंड अच्छा लगा और वो उसे लोलीपोप की तरहे चूसने ली. मैने उसके सर को पकड़ा औरमूह में ही वीर्य निकाल दिया. अब वो गुस्सा हो गई पर बाद में मैने कहा ऐसा नहीकरुंगा तो वो मान गई.फिर में उसके बदन से खेलता रहा और लंड के खडे होने काइंतज़ार करने लगा. लंड १० मिनट बाद दोबारा खड़ा हुआ. अब में उसकी फुदी को चाटनेलगा. उसकी फुदी फूल गई तो मैने अपनी लंड को उसके मुँह में दे कर गीला किया, फिरफुदी पर रखा और जोर से झटका मारा और लंड फिसल गया. उसकी फुदी छोटी थी.मैने दुबारा उसकी फुदी को खोला और लंड रखा और जोर से झटका मारा. आधा लंड अन्दरघुस गया.वो दर्द से तड़फ़ने लगी. कहने लगी मुझे माफ़ कर दो प्लीज़. मैं हंस पड़ा औरएक और झटका देकर पूरा लंड अन्दर धकेल दिया. वो रोने लगी और कहने लगी मेरीगलतियां माफ़ कर दो मुझे छोड़ दो. मैं उसके ऊपर लेट गया और उसे समूच करने लगा औरममे चूसने लगा. अब दर्द कम होने लगा था . मैने दोबारा चोदना सुरु किया अब उसेमजा आने लगा. शम्मी भी अब मेरा साथ देने लगी. कुछ देर बाद वो झड़ गई.में नहीझडा. मैं लगातार लगा रहा वो छुटने का यतन कर रही पर में उसे पेलता रहा. में आधेघंटे बाद उसके झड़ने के बाद झड़ा. मैने उस दिन तीन बार अलग २ ऐन्गल से उसको चोदा.


२-- ये भी एक आपबीती ही है, लेकिन मेरी ख़ुद की नही, बल्कि मेरे इंस्टिट्यूट में पढने आने वाले एक लड़के राज की। वो 3२- साल का एक ठीक दिखने वाला पाँच फुट नौ इंच लंबा, करीब ३२ इंच कमर का ठीक ठाक लड़का है। वो गुरगांव का रहने वाला है और उधर उनका अपना ख़ुद का मकान है। राज मेरे पास कंप्यूटर कोर्स करने जयपुर आया हुआ है. वो बीच बीच में अपने घर जाता रहता है. उस मकान के एक हिस्से में उन्होंने एक किरायेदार रखा हुआ है.किरायेदार के एक लड़का और एक लड़की हैं. लड़की की शादी हो चुकी है और जब वो प्रेगनंट हुई तो अपने मायके में आ गई. लगभग पूरे दिन थे तो उसकी मम्मी ने अपनी देवरानी को घर के काम काज में हेल्प के लिए बुलवा लिया. ये चाची भी जयपुर में ही रहती है. शादी शुदा बेटी से धीरे धीरे राज की सेटिंग हो गई. जब भी मौका मिलता उसके बूब्स दबा देता और किस करता रहता था. लेकिन चोदना इसलिए नही हो पाया कि उसे पूरे दिनों की प्रेगनेंसी थी. लड़की की चाची भी आ गई गोल चेहरा, सुता हुआ पाँच फुट चार इंच का बदन, आकर्षक चूचियां कि पूरी हथेली में आ जायें. चाची ३५-३६ साल की है और तीन बच्चों की माँ होते हुए भी नई नवेली जैसी लगती है.राज ने चाची से बातचीत शुरू की, चाची ने भी इंटेरेस्ट लेना शुरू कर दिया, एक दिन मौका पाकर राज ने चाची से किस मांग लिया. तो चाची ने नाराजगी दिखाई. राज बेचारा अपना सा मुह लेकर डर गया और चुपचाप अपने कमरे में चला आया.लेकिन अगले दिन जब दोनों फिर मिले तो एकांत पाकर चाची ने राज को बोला कि तुम मेरा किस लेना चाहते हो न, ले लो. अब राज ने हिम्मत करके चाची को लिप्स पर बड़े जोर का किस किया. अब तो जब भी मौका मिलता बूब्स दबाने और चूमने चाटने का दौर चालू हो जाता. लेकिन चोदने का मौका नही मिल रहा था. इतना एकांत उस किराये के मकान में उन लोगों के पास नही था.धीरे धीरे चाची ने राज को बताया कि उसके पति का जनरल स्टोर है, और रात को जब भी उसकी इच्छा चोदने की होती है, उसके कपड़े ऊँचे करके ३-४ मिनिट में चोद चाद के सो जाता है, न चूमना चाटना, न हाथ फेरना, न किस, न गर्माना. बोली कि मेरी इच्छा तो कभी पूरी ही नही होती है, इसलिए तुमसे लगी हूँ.अब छुट्टी बिता के राज जयपुर आ गया, चाची के मोबाइल नम्बर उसने ले लिए. कुछ दिन में जब भतीजी को डिलिवेरी हो गई तो चाची भी जयपुर अपने घर आ गई, जयपुर में राज और चाची दोनों ही किराये के मकानों में रहते हैं. चाची के पास २ कमरों का मकान है लेकिन राज के पास २ कमरे और एक कोमन रूम है.दोनों के घर के बीच तीन किलोमीटर का फासला है. राज के मम्मी, पापा और बड़े भाई में से कभी कोई कभी कोई आता जाता रहता है. राज जयपुर आने के बाद चाची से लगातार बातें करता रहता था. बहुत गरम बातें होती थी. एक दिन राज ने, जब उसके कोई आने वाला नही था, चाची को ख़ुद के घर आने का निमंत्रण दिया, जो चाची ने सहर्ष स्वीकार कर लिया. राज ने उसको बोला कि तुम मेरा बलात्कार करोगी या मैं तुम्हारा तो चाची ने बोला कि ये तो वक्त बताएगा.अगले दिन चाची दोपहर में ३ बजे राज के यहाँ पहुच गई, एकदम टाइट पजामा और ऊपर कुरता. कमरे के अन्दर आते ही दोनों एक दूसरे की बाँहों में बंध गए। दोनों के होंट एक दूसरे के साथ चिपक गए और बहुत लंबा किस का एक दौर चला। चाची के हाथ राज कि कमीज के अन्दर पूरे शरीर पर चल रहे थे, चल क्या रहे थे यो कहें कि चाची उत्तेजना में राज को खरोंच रही थी. बड़ी मुश्किल से दोनों थोडी देर के लिए अलग हुए तो राज ने बोला कि ये पजामा इतना टाइट है उतरेगा कैसे तो चाची ने ख़ुद उतार दिया. ज़रा सी देर में ही एक दूसरे को कपडों से अलग कर दिया. अब चाची ने राज के शरीर का कोई हिस्सा नही छोड़ा जहाँ किस नही किया हो.उत्तेजना के मारे चाची का हाल बुरा था. वो घरेलू औरत राज के लंड तक को चूस गई. राज की पीठ और सीने पर चाची की उँगलियों की खरोंच छप गई. आख़िर कई बरसों में शादी के बाद उसकी चुदाई की इच्छा जोरदार ढंग से पूरी हो रही थी. राज ने भी चाची को खूब चूमा, जीभ चूसी, बोबे चूसे, खूब दबाए, चूत को लंड से रगडा.चाची की चूत बुरी तरह से गीली हो चुकी थी. चाची ने राज को ऊपर आने को बोला और बेड पर सीधी लेट गई. राज चाची की दोनों टांगो को चौडा कर के बीच में बैठ गया और अपने लंड को चाची की चूत पे लगा के अपना लंड चाची की चूत में गहरे उतार दिया. चाची के मुह से एक लम्बी सीत्कार निकली. होंट एक दूसरे के साथ चिपक गए. दोनों ने एक दूसरे को चूसना शुरू कर दिया. राज के दोनों हाथों में चाची के दोनों बोबे थे जिनको वो खूब दबा रहा था. लंड धीरे धीरे अन्दर बाहर हो रहा था।धीरे धीरे चाची की गांड हिलने लगी, वो नीचे से धक्के मारने लगी, और राज ने जोर जोर से धक्के मारना शुरू कर दिया, लंड चाची की चूत में ऊपर से चालू होकर खूब गहरे तक जा रहा था. चाची ने राज को दोनों हाथों से दबोच रखा था और अपनी दोनों टांगो को राज की कमर पर लपेट रखा था. राज को जब ओर्गास्म हुआ तब तक चाची को दो बार हो चुका था. अब दोनों के होंट खुले. दोनों नंगे एक दूसरे पर पड़े रहे, चाची दो घंटे वहां रही और टोटल तीन बार दोनों ने जबरदस्त तरीके से बिना एक दूसरे से अलग हुए चुदाई की।चाची की आँखों में तृप्ति आ चुकी थी.शाम को साडे पाँच बजे राज का फ़ोन मेरे पास आया कि मैं आपसे अभी मिलना चाहता हूँ. वो जब मेरे पास आया तो उसने मुझे अपना ऊपर का शरीर दिखाया. पूरे शरीर पर खरोंच के निशान थे. आख़िर चाची ने राज का बलात्कार कर दिया. वो बोला सर आज तो जबरदस्त कसरत हुई है. पूरा शरीर दुःख रहा है.उसके बाद चाची हर सप्ताह कम से कम एक बार जरूर राज से चुदवाती है, एक साल हो गया है. इस बीच उसने अपने पति को भगवान की कसम दिला दी है कि वो उसे हाथ नही लगाये. पति ने जबरदस्ती करने की कोशिश की तो दोनों हाथों से दूर कर दिया. अब वो राज को ही अपना पति मानती है. जबकि दोनों में १३ साल का फर्क है.जिस के पीछे दुनिया में कई युद्ध हुए, राजा महाराजाओं की क्या बिसात ऋषि, मुनियों तक की तपस्या भंग हो गई, उस खेल को हमेशा लंबा और परम आनंद दायक बनाना चाहिए नही तो एक सीधी सादी औरत तक क्या हो गई, ये सोचने वाली बात है.

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